अभिजित मुहूर्त (Abhijit Muhurat) हिंदी में भी अभिजित मुहूर्त ही कहलाता है। अभिजित मुहूर्त एक विशेष ज्योतिषीय समय है जो हिंदू ज्योतिष में महत्वपूर्ण माना जाता है। यह मुहूर्त दिन के दूसरे आधे में समयांतर होता है, जब सूर्य मध्यदिन के पास आता है और विशेष महत्वपूर्णता के साथ सम्बद्ध होता है।
अभिजित मुहूर्त को महागुरु बृहस्पति (Jupiter) की आधिपत्य गुणवत्ता के साथ जोड़ा जाता है। इस मुहूर्त में मान्यता है कि गतिविधियों की शुरुआत करने, निर्णय लेने और प्रमुख कार्यों को पूरा करने के लिए अद्भुत शक्ति होती है।
अभिजित मुहूर्त की गणना के लिए ज्योतिषियों द्वारा विभिन्न पद्धतियों का प्रयोग किया जाता है, जिनमें सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, बृहस्पति की स्थिति और अन्य ग्रहों के प्रभाव शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा, शुभ मुहूर्तों की गणना करने के लिए विशेष ज्योतिष सॉफ्टवेयर और पंचांग भी उपयोग में लिए जा सकते हैं।
अभिजित मुहूर्त की गणना ज्यादातर शुभ कार्यों के लिए की जाती है, जैसे विवाह, निवास, नए व्यापार की शुरुआत, ग्रह प्रवेश, मंगलिक कार्य आदि। इसे उपयोग करके लोग मान्यता हैं कि वे शुभ परिणामों की प्राप्ति में आसानी से सफल हो सकते हैं।
अभिजित मुहूर्त की गणना में अन्य ज्योतिषीय संबंधित तत्वों के साथ-साथ स्थानीय पंचांग और ज्योतिष स्रोतों का सहारा लेना भी महत्वपूर्ण है। यदि आप और अधिक विश्वसनीयता के लिए अभिजित मुहूर्त की गणना करना चाहते हैं, तो विशेषज्ञ ज्योतिषी से सलाह लेना सुसंगत होगा।