2023 रिपोर्ट में यादव जाति में ग्वाला, अहीर, गोरा, घासी, मेहर, सदगोप, लक्ष्मी नारायण गोला को रखा गया है।
बिहार में ज्यादातर यादव जातिवार गोत्र अपनाते हैं, लेकिन इसमें कुछ प्रमुख गोत्रों की चर्चा की जा सकती है। यह ध्यान रखना चाहिए कि गोत्र व्यक्ति के पितृजनों के नामों से जुड़ा होता है और एक व्यक्ति के परिवार के अनुसार इसमें विभिन्नता हो सकती है।
यादवों में कई प्रमुख गोत्र हो सकते हैं, जैसे:
- वत्स (Vats): यह गोत्र एक प्रमुख यादव गोत्र है और इसे विशेषकर बिहार के क्षेत्र में बहुत से लोगों में पाया जा सकता है।
- गार्ग (Garg): गार्ग भी एक अन्य प्रमुख यादव गोत्र हो सकता है जो बिहार के यादव समुदाय में प्रचलित है।
- कश्यप (Kashyap): यह गोत्र भी कुछ यादव समुदायों में देखा जा सकता है और बिहार में भी इसके पूज्य सदस्य हो सकते हैं।
इसके अलावा, अन्य गोत्रों की भी प्राचीन और स्थानीय परंपराएं हो सकती हैं जो व्यक्ति के वंशानुगत संबंधों को संकेत करती हैं। यह सुनिश्चित करना मुश्किल है कि एक ही समुदाय के सभी सदस्यों का एक ही गोत्र हो, क्योंकि यह व्यक्ति के वंश के अनुसार भिन्न हो सकता है।